"परमेश्वर प्रभु यीशु मसीह में होकर उसकी शक्ति के प्रभाव में बलवन्त बनते जाने का महीना I"
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PROPHET ANUP PURTY
हमारे परमेश्वर प्रभु यीशु मसीह के नाम में, परमेश्वर के अति प्रिय लोगों 2024 के सितम्बर महीने में मैं आप सभी लोग़ों का मसीही अभिवादन करता हूँ I आइए हम सभी मिलकर जीवित परमेश्वर के महान नाम को धन्य कहें , क्योंकि यदि आज हम नये महीने - नये दिन में खड़े हैं तो केवल उसी परमेश्वर की वजह से हैं।
जीवित सर्वशक्तिमान परमेश्वर प्रभु यीशु मसीह ही की स्तुति हो।
आइए हम सभी उस अदभुत औैर आशीषित वचन पर अपना ध्यान केन्द्रित करें, जिसे परमेश्वर ने हमें सितम्बर महीने के लिये दिया है-
"इसलिये प्रभु में और उसकी शक्ति के प्रभाव में बलवन्त बनो।" (इफिसियों 06:10)
हम सभी जानते हैं कि हमारा परमेश्वर जिनका नाम प्रभु यीशु मसीह है, सारी सृष्टि में वही केवल सर्वशक्तिमान हैं और उसके अलावे और कोई भी नहीं है। बाइबल के वचन उत्पति से लेकर प्रकाशितवाक्य तक सभी वचन उसके सर्वशक्तिमानऔर सबसे बलवन्त होने का प्रमाण देता हैं।
और उसी हमारे परमेश्वर जो कि हमारा न केवल सृष्टिकर्ता है, बल्कि हमारा वास्तविक पिता भी है; कि इच्छा है कि हम भी उनकी महान शक्ति के प्रभाव में बढ़ते हुए हर तरह से और हरेक क्षेत्रों में बलवन्त होते जाएँ, क्योंकि जब हम प्रभु यीशु मसीह में और उसकी शक्ति के प्रभाव में बलवन्त बनते हैं (वर्तमान समय में तमाम तरह की नकारात्मक और निराशा जनक संसार के बीच में) तो हम हमारे जीवन के हरेक क्षेत्रों में न केवल स्थिरता से रहते हैं, बल्कि वहाँ के हरेक परिस्थितियों के ऊपर हमारा पूरा नियंत्रण होता है, जैसा कि हमारे पिता परमेश्वर प्रभु यीशु मसीह का सारी सृष्टि पर पूरा नियंत्रण है। और ऐसा होने के द्वारा हमारे चारों ओर की सभी बातें और परिस्थितियाँ हमारे पक्ष में काम करने लगती है और हम लगातार आशीषित होते जाते हैं और सबसे बढ़कर हमारे जीवन के द्वारा परमेश्वर पिता की अदभुत महिमा होती जाती है।
इसके लिये इन दो विशेष बातों को अपने जीवन में शामिल कर लेना हैं -
क) हमें उस बलवन्त (परमेश्वर प्रभु यीशु मसीह) के साथ संगति करना है। - क्योंकि हम जैसे लोगों के साथ संगति करते हैं, वैसे ही बन जाते हैं।
ख) हमें वचन का भोजन करना (परमेश्वर के जीवित वचनों का अध्ययन) जरूरी है। - अच्छा भोजन हमें ऊर्जा और बल प्रदान करता है I
आइए हम प्रार्थना करें -
प्रिय प्रभु यीशु मसीह इस सितम्बर महीने और इस महीने के लिये इफिसियों 06:10 के जीवित वचन को देने के लिये आपको बहुत धन्यवाद I
हम आपसे इस वचन के हरेक अनुग्रह और अभिषेक को ले लेते हैं और आपके नाम में घोषणा करते हैं कि आप आपके पवित्र आत्मा के द्वारा हमें आपमें और आपके अदभुत शक्ति और सामर्थ्य के द्वारा हमारे जीवन के हरेक क्षेत्रों में हमें बलवन्त करते जाएँगे, जिससे हमारे जीवन के द्वारा आपकी महिमा होती चली जाएगी।
सारी आदर और महिमा आपको ही देता/देती हूँ, परमेश्वर प्रभु यीशु मसीह आपके ही नाम में आमीन।
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